तारीख पेशी में नहीं जाने पर कोर्ट क्या करती है?

Answer By law4u team

तारीख पेशी में नहीं जाने पर न्यायालय विभिन्न कार्रवाई कर सकता है, जो कि मामले की प्रकृति, न्यायाधीश की दिशा-निर्देश, और स्थानीय कानूनी प्रणाली के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। यह कार्रवाई न्यायालय की विवेकाधीनता पर निर्भर करेगी। कोर्ट आपके अनुपस्थिति के परिणामस्वरूप निम्नलिखित कार्रवाई ले सकता है: तारीख पेशी का अपेक्षित समय बढ़ाना: कोर्ट आपके अनुपस्थिति की वजह से नया तारीख निर्धारित कर सकता है और आपको आगामी तारीख पर मुजरा करने के लिए बुला सकता है। विरोध नोटिस जारी करना: अगर आप तारीख पेशी में नहीं पहुंचते हैं, तो कोर्ट आपके खिलाफ विरोध नोटिस जारी कर सकता है। इसका मतलब होता है कि आपको कोर्ट को एक निर्दिष्ट समय में जवाब देना होगा, अन्यथा कोर्ट आपके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। मामले का फैसला: कोर्ट आपके अनुपस्थिति में मामले का निर्णय सुना सकता है। जब तक आप अदालत में नहीं पेश नहीं होते हैं, आपके हितों की सुरक्षा नहीं होगी और कोर्ट आपके अनुपस्थिति के आधार पर निर्णय देने का विचार कर सकता है। इसलिए, संभवतः सर्वोच्च न्यायालय और न्यायिक प्रक्रिया के अनुसार, आपको न्यायालय में नियमित रूप से पेश होना चाहिए। यदि आपके पास कोई अच्छा कारण है जिसके कारण आप तारीख पेशी में नहीं पहुंच पा रहे हैं, तो आपको एक पेशकश द्वारा न्यायिक प्रशासन को बताना चाहिए।

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