Answer By law4u team
भारतीय कानून में विवाह के नियम और धाराएँ विभिन्न शादी कार्यालयों और स्थितियों के आधार पर बदल सकती हैं, लेकिन आमतौर पर यह धारा 5 और धारा 7 के तहत होता है: हिन्दू विवाह: हिन्दू विवाह धारा 5 के तहत होता है, जिसमें विवाह के नियम और शर्तें विस्तार से वर्णित की जाती हैं। इसके तहत, विवाह को आधिकारिक रूप से संपादित किया जाता है। विशेष विवाह: विशेष विवाह धारा 7 के तहत आता है, जिसमें विवाह विचार योग्यता, वय, आत्मिक स्वीकृति आदि की आवश्यकता होती है। इसमें विवाही योग्यता और आवश्यकताओं का पालन किया जाता है। कृपया ध्यान दें कि विवाह के नियम और विधि विभिन्न समाज और धर्मों के आधार पर भिन्न हो सकते हैं, और ये सूचना आपके प्रदेश और सम्प्रदाय के नियमों से भी प्रभावित हो सकती है। विवाह के नियमों की जानकारी के लिए आपको स्थानीय विवाह कार्यालय या वकील से परामर्श करना बेहतर हो सकता है।