यदि एक व्यक्ति ने चेक देने के लिए मन ही मन आदेश दिया है और चेक बाउंस हो गया है, तो चेक धारक के पास कुछ विकल्प हो सकते हैं। संपर्क करें: चेक धारक को चेक के बारे में सूचित करें और उनसे संपर्क करें ताकि वह चेक के लिए पुनरावृत्ति कर सके या अन्य विकल्पों पर विचार कर सकें। कानूनी कार्रवाई: चेक धारक द्वारा दी गई जानकारी यदि गलत थी या फिर चेक के बाउंस होने का उद्देश्य छल था तो कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। वसूली की कार्रवाई: चेक धारक द्वारा अन्य खातों में पैसे होने की संभावना है तो चेक धारक के अन्य खातों में से वसूली करने की कोशिश की जा सकती है। चेक बाउंस होने पर, चेक धारक के पास आपत्ति पत्र भेजा जा सकता है जिसमें चेक के बाउंस होने की सूचना दी जाएगी। चेक धारक को चेक बाउंस होने के लिए कारण बताया जाना चाहिए और उन्हें विवरणों के साथ देखा जाना चाहिए।
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