भारतीय कानून के तहत चेक बाउंस के लिए कानूनी नोटिस में निम्नलिखित मुख्य तत्व शामिल होने चाहिए: प्रेषक का विवरण: नोटिस भेजने वाले व्यक्ति (भुगतानकर्ता) का पूरा नाम, पता और संपर्क विवरण। प्राप्तकर्ता का विवरण: बाउंस चेक जारी करने वाले व्यक्ति (आहर्ता) का पूरा नाम, पता और संपर्क विवरण। चेक विवरण: चेक का विवरण जो अनादरित हुआ, जिसमें शामिल है: चेक नंबर जारी करने की तिथि चेक में उल्लिखित राशि बैंक का नाम और शाखा जहाँ चेक प्रस्तुत किया गया था चेक बाउंस विवरण: उल्लेख करें कि चेक बैंक द्वारा अनादरित किया गया था, साथ ही अनादर के लिए दिए गए कारण (जैसे, अपर्याप्त धन, हस्ताक्षर बेमेल, आदि) के साथ। भुगतान की मांग: परक्राम्य लिखत अधिनियम की धारा 138 के अनुसार, नोटिस प्राप्त करने की तारीख से 15 दिनों के भीतर चेक राशि (किसी भी लागू ब्याज या शुल्क सहित, यदि सहमत हो) के भुगतान की स्पष्ट मांग। भुगतान न करने के परिणाम: एक चेतावनी कि यदि भुगतान निर्दिष्ट समय सीमा के भीतर नहीं किया जाता है, तो निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट की धारा 138 के तहत आपराधिक शिकायत दर्ज करने सहित कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। नोटिस की तिथि: वह तिथि जब नोटिस भेजा जाता है। नोटिस भेजने का तरीका: इसे उचित दस्तावेज सुनिश्चित करने के लिए पावती के साथ पंजीकृत डाक, या कूरियर सेवा, या हाथ से वितरित (डिलीवरी के प्रमाण के साथ) द्वारा भेजा जाना चाहिए। हस्ताक्षर: नोटिस के नीचे भुगतानकर्ता का हस्ताक्षर। यह नोटिस चेक के दराज के लिए एक औपचारिक संचार के रूप में कार्य करता है, जिससे उन्हें कानूनी कार्यवाही शुरू होने से पहले मामले को निपटाने का मौका मिलता है।
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