Answer By law4u team
हां, आरटीआई (सूचना का अधिकार) का उपयोग भारत में किसी परीक्षा के अंक, मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाएं और ओएमआर शीट की प्रतियां प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। यह कई फैसलों द्वारा समर्थित है, जिनमें शामिल हैं: सीबीएसई बनाम आदित्य बंदोपाध्याय (2011, सुप्रीम कोर्ट): न्यायालय ने माना कि मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाएं आरटीआई अधिनियम के तहत सूचना हैं, और छात्रों को उन्हें एक्सेस करने का अधिकार है। सीआईसी दिशानिर्देश: केंद्रीय सूचना आयोग ने सार्वजनिक प्राधिकरणों (जैसे यूपीएससी, सीबीएसई, विश्वविद्यालय) को लगातार निर्देश दिया है कि वे निम्नलिखित जानकारी प्रदान करें: प्राप्त अंक मॉडल उत्तर (यदि उपलब्ध हो) मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाएं ओएमआर उत्तर पुस्तिकाएं (वस्तुनिष्ठ परीक्षणों के लिए) आवेदन कैसे करें: संबंधित बोर्ड, विश्वविद्यालय या परीक्षा प्राधिकरण के सार्वजनिक सूचना अधिकारी (पीआईओ) को आरटीआई दायर करें। परीक्षा का नाम, रोल नंबर, तिथि का उल्लेख करें और विशिष्ट दस्तावेजों का अनुरोध करें। शुल्क का भुगतान करें (₹10 आवेदन शुल्क + प्रतियों के लिए ₹2 प्रति पृष्ठ)। समय सीमा: आरटीआई आवेदन प्राप्त होने के 30 दिनों के भीतर जानकारी प्रदान की जानी चाहिए। अपवाद: आरटीआई को केवल तभी अस्वीकार किया जा सकता है जब यह आरटीआई अधिनियम की धारा 8 (जैसे, गोपनीयता का उल्लंघन, सुरक्षा कारणों) के अंतर्गत आता है, जो आमतौर पर व्यक्तिगत परीक्षा रिकॉर्ड पर लागू नहीं होता है। इसलिए, उम्मीदवारों को आरटीआई के माध्यम से अपने मूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं और अंकों तक पहुंचने का कानूनी अधिकार है।