Answer By law4u team
मानहानि का दावा, किसी व्यक्ति द्वारा किसी अन्य व्यक्ति के खिलाफ किया जाने वाला आरोप होता है कि उसकी इज्जत, आत्मगौरव या सामाजिक स्थिति को किसी नकारात्मक तरीके से प्रभावित किया गया है। यह आरोप अच्छे संगति, सामाजिक संबंधों और स्थानीय नियमों के प्रति किसी व्यक्ति के क्रियावली के आधार पर किया जा सकता है। मानहानि का दावा किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत और सामाजिक इज्जत की रक्षा के लिए किया जा सकता है, और इसमें कई स्थितियाँ शामिल हो सकती हैं, जैसे कि: खोला जाता आलोचना: अगर किसी व्यक्ति ने किसी दूसरे व्यक्ति के खिलाफ खोली जाती आलोचना की है जिससे उसकी स्थानीय या सामाजिक स्थिति प्रभावित हुई है, तो यह मानहानि का दावा हो सकता है। अशोभनीय शब्दों का उपयोग: अगर किसी व्यक्ति ने अशोभनीय शब्दों का उपयोग करके किसी दूसरे की इज्जत को आपत्तिजनक तरीके से प्रभावित किया है, तो यह भी मानहानि का दावा हो सकता है। फिजिकल आक्रमण: फिजिकल आक्रमण या हाथापाई के माध्यम से भी मानहानि का दावा किया जा सकता है, जिससे व्यक्ति की इज्जत प्रभावित हो सकती है। व्यक्तिगत जानकारी का अवानयन: किसी के व्यक्तिगत जानकारी का अवानयन करने से भी मानहानि का दावा किया जा सकता है, जिससे व्यक्ति की इज्जत प्रभावित हो सकती है। मानहानि के दावे को समय पर और सही तरीके से प्रस्तुत करने के लिए, आपको आपके दिशा-निर्देशक या कानूनी पेशेवर से सलाह लेने की सलाह दी जाती है। यह दावा विशेषाधिकारी कोर्ट में किया जा सकता है, जिसमें स्थानीय कानून के तहत इसकी सुनवाई होती है।