Answer By law4u team
जब केस डायरी में एक से अधिक अपराधी हों, तो मुख्य आरोपी की पहचान और विवरण निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर की जाती है: मुख्य आरोपी की पहचान और विवरण: नाम: मुख्य आरोपी का पूरा नाम और यदि उपलब्ध हो तो उपनाम या अन्य पहचान विवरण। मुख्य आरोपी आमतौर पर वो होता है जिस पर अपराध की योजना बनाने, निर्देश देने, या मुख्य भूमिका निभाने का आरोप है। आपराधिक भूमिका: मुख्य आरोपी की भूमिका और कार्य: केस डायरी में यह उल्लेखित किया जाता है कि मुख्य आरोपी ने अपराध के कौन से हिस्से में भाग लिया और उसकी भूमिका क्या थी (जैसे योजना बनाना, नेतृत्व करना, अपराध को अंजाम देना आदि)। पता: मुख्य आरोपी का स्थायी और वर्तमान पता: जिसमें घर का नंबर, सड़क, क्षेत्र, शहर, जिला, और राज्य शामिल होते हैं। आयु और जन्मतिथि: आयु और जन्मतिथि जो आरोपी की पहचान और उम्र को पुष्टि करती है। शारीरिक विशेषताएँ: शारीरिक विशेषताएँ: जैसे ऊंचाई, वजन, रंग, और कोई विशिष्ट चिह्न, टैटू या पहचान चिन्ह जो मुख्य आरोपी को अन्य आरोपियों से अलग करता है। पहचान पत्र: सरकारी पहचान पत्र: जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि जो मुख्य आरोपी की पहचान को प्रमाणित करते हैं। फोटोग्राफ: हाल की फोटोग्राफ: जो मुख्य आरोपी की पहचान को स्पष्ट करती है। आपराधिक इतिहास: पिछला आपराधिक इतिहास: यदि मुख्य आरोपी का पहले भी कोई आपराधिक रिकॉर्ड है तो उसकी जानकारी। साक्षात्कार और बयान: आरोपी द्वारा दिए गए बयान: या साक्षात्कार के विवरण जो उसकी भूमिका और पहचान को स्पष्ट करते हैं। विशेष विवरण: विशेष विवरण: जैसे परिवार के सदस्य, संपर्क जानकारी, या कोई अन्य प्रासंगिक जानकारी जो मुख्य आरोपी को अन्य अपराधियों से अलग करती है। सामान्य बिंदु: मुख्य आरोपी की पहचान: आमतौर पर केस डायरी में उन विवरणों को प्राथमिकता दी जाती है जो मुख्य आरोपी की महत्वपूर्ण भूमिका और उसके आपराधिक कृत्यों को स्पष्ट करती हैं। अन्य अपराधियों की जानकारी: अन्य आरोपियों की जानकारी भी केस डायरी में होती है, लेकिन मुख्य आरोपी की भूमिका और विवरण प्रमुख होते हैं। इस प्रकार, मुख्य आरोपी की पहचान के लिए उसके बारे में विस्तृत और सटीक जानकारी प्रदान की जाती है ताकि उसकी भूमिका और कृत्य को स्पष्ट रूप से समझा जा सके।