Answer By law4u team
भारत में कोर्ट मैरिज के बाद, विवाह प्रमाणपत्र प्राप्त करने में लगने वाला समय स्थानीय रजिस्ट्रार कार्यालय और राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकता है, लेकिन आमतौर पर, विवाह पंजीकरण की तारीख से लगभग 7 से 15 कार्यदिवस लगते हैं। कोर्ट मैरिज के बाद क्या होता है? 1. जब जोड़ा कोर्ट मैरिज की औपचारिकताएँ पूरी कर लेता है और विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत विवाह पंजीकरण के लिए आवेदन दाखिल करता है, तो विवाह रजिस्ट्रार दस्तावेजों का सत्यापन करता है और 30 दिनों के लिए एक नोटिस प्रकाशित करता है। 2. यदि इस अवधि के दौरान कोई आपत्ति या विवाद नहीं होता है, तो रजिस्ट्रार विवाह पंजीकरण की तारीख तय करता है। 3. प्रतीक्षा अवधि के बाद, विवाह आधिकारिक रूप से पंजीकृत हो जाता है। 4. इसके बाद रजिस्ट्रार कार्यालय द्वारा विवाह प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। समय-सीमा को प्रभावित करने वाले कारक: दस्तावेजों और पहचान की सत्यापन प्रक्रिया। क्या 30-दिवसीय नोटिस अवधि के दौरान कोई आपत्ति या विवाद उत्पन्न होता है। स्थानीय विवाह रजिस्ट्रार कार्यालय की दक्षता। सही और पूर्ण दस्तावेज़ प्रस्तुत करना। सारांश: आमतौर पर, विवाह प्रमाणपत्र जारी होने में 30-दिवसीय नोटिस अवधि के बाद लगभग 7 से 15 कार्यदिवस लगते हैं। कुछ मामलों में, स्थानीय प्रशासनिक प्रक्रियाओं के आधार पर यह प्रक्रिया तेज़ हो सकती है या थोड़ा अधिक समय ले सकती है।