भारतीय कानून के अनुसार, कोर्ट मैरिज कोई अपराध नहीं है। कोर्ट मैरिज एक कानूनी प्रक्रिया है जिसमें विवाहित जोड़े वैधानिक रूप से अलग किए जाते हैं। यह विवादित मामलों, विवादों और तलाक के मामलों के आधार पर अदालत द्वारा न्यायिक निर्णय लेने की प्रक्रिया है। भारतीय कानून में, तलाक के मामलों के लिए विवादित पति या पत्नी को अपनी विवादित प्रस्तुतियों को अदालत में दाखिल करने का अधिकार होता है। उन्हें उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए और न्यायिक प्रणाली के माध्यम से तलाक और विवादों के मामलों को हल करने का प्रयास करना चाहिए। तलाक या विवादित विवाह के मामलों में, आपको अपने क्षेत्र में स्थानीय कानूनी विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए और उनसे सलाह प्राप्त करनी चाहिए। वे आपको आपकी विशेष परिस्थितियों पर आधारित विवादों के लिए सही मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं और आपको उचित कानूनी सलाह दे सकते हैं।
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